ईरान का परमाणु भविष्य: कूटनीति या टकराव की ओर?

मस्क़त में शुरू हुई कूटनीति , रोम में तय होगा भविष्य: ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर समझौता या क्षेत्रीय तनाव की आशंका 12 अप्रैल 2025 को , मस्क़त , ओमान की राजधानी में अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर उच्च-स्तरीय वार्ता हुई। यह 2018 के बाद दोनों देशों के बीच पहली महत्वपूर्ण बैठक थी , जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) नामी ईरान परमाणु समझौता से अमेरिका को एकतरफा रूप से वापस निकाल लिया था। [1] वार्ता मुख्य रूप से अप्रत्यक्ष थी , जिसमें ओमान के विदेश मंत्री बदर बिन हमद अल-बुसैदी ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। हालांकि , अमेरिकी मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने वार्ता के अंत में कुछ मिनटों के लिए ओमानी मध्यस्थ की उपस्थिति में सीधा संवाद भी किया था। [2] दोनों पक्षों ने वार्ता को "सकारात्मक" , " रचनात्मक" , और "सम्मानजनक" बताया और अगली बैठक के लिए 19 अप्रैल 2025 को रोम , इटली में सहमति जताई। [3] यह वार्ता ट्रंप के दूसरे कार्यकाल ( 20 जनवरी 2025 से शुरू) की शुरुआत में ...